Unique Intezaar shayari in hindi |
Intezaar shayari
◆हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया
~गुलज़ार
◆दो चार दिन की बात हो तो कर ले कोई इंतिज़ार मिलने के एतबार पर कब तक कोई जिया करे
◆आप का ए'तिबार कौन करे रोज़ का इंतिज़ार कौन करे
~दाग़ देहलवी
Unique Intezaar shayari in hindi |
Intezaar shayari
◆तुझसे मिलना तो एक ख़्वाब है मैंने तेरे इंतिज़ार से मुहब्बत की है
◆न कोई वा'दा न कोई यक़ीं न कोई उमीद, मगर हमें तो तिरा इंतिज़ार करना था !...
◆ओ जाने वाले आ कि तिरे इंतिज़ार में रस्ते को घर बनाए ज़माने गुज़र गए
~ ख़ुमार बाराबंकवी
Unique Intezaar shayari in hindi |
Intezaar shayari
◆तमाम जिस्म को आँखें बना के राह तको, तमाम खेल मोहब्बत में इंतिज़ार का है।
◆रिश्तों का एतिबार वफ़ाओं का इंतिज़ार..!! हम भी चराग़ ले के हवाओं में आए हैं..!!
◆एक महक़ रोज़ आ के कहती है मुझे, मुंतिज़र रहता है कोई यहाँ मेरा.
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Intezaar shayari
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