Ultimate shayari on yaad
Best shayari on yaaden
यादें याद आती हैं
◆तुम जिसे याद करो फिर उसे क्या याद रहे
न ख़ुदाई की हो परवा न ख़ुदा याद रहे
~शेख़ इब्राहीम ज़ौक़
◆ये हक़ीक़त है कि अहबाब को हम
याद ही कब थे जो अब याद नहीं
~नासिर काज़मी
【अहबाब=प्रिय】
◆शाम होते ही चराग़ों को बुझा देता हूँ
दिल ही काफ़ी है तिरी याद में जलने के लिए
~अज्ञात
◆दिल आबाद कहाँ रह पाए उस की याद भुला देने से
कमरा वीराँ हो जाता है इक तस्वीर हटा देने से
~जलील ’आली’
◆अब मेरी राह में हायल नहीं होती यादें,
अब तेरे शहर से गुज़रूँ, तो गुज़र जाती हूँ
~ अज्ञात
【हायल=बाधा】
◆दिल धड़कने का सबब याद आया
वो तिरी याद थी अब याद आया
~ नासिर काज़मी
◆भुलाई नहीं जा सकेंगी ये बातें
तुम्हें याद आएँगे हम याद रखना
~ हफ़ीज़ जालंधरी
◆बसी रहती यादें उन गलियों की ज़ेहन में
जिनसे गुज़रे थे कभी दोनों साथ साथ
~अज्ञात
◆याद तो हक़ की तुझे याद है पर याद रहे
यार दुश्वार है वो याद जो है याद का हक़
~अब्दुल रहमान एहसान देहलवी
◆तेरी मजबूरियाँ दुरुस्त मगर
तू ने वादा किया था याद तो कर
~ नासिर काज़मी
◆याद मेरी सँभाल कर रखना
मेरा क्या मैं रहा रहा न रहा
~निशात शहादवी
◆किसी की याद आती है तो ये भी याद आता है
कहीं चलने की ज़िद करना मिरा तय्यार हो जाना
~मुनव्वर राणा
Shayari on yaad | yaad shayari
◆बिछड़ने वालों में हम जिस से आश्ना कम थे
न जाने दिल ने उसे याद क्यूँ ज़ियादा किया
~मोहसिन ज़ैदी
◆ जिस रोज़ किसी और पे बेदाद करोगे
ये याद रहे हम को बहुत याद करोगे
~मोहम्मद रफ़ी सौदा
【बेदाद=उत्पीड़न】
◆रह रह के कौंदती हैं अंधेरे में बिजलियाँ
तुम याद कर रहे हो कि याद आ रहे हो तुम
~हैरत गोंडवी
◆चली आती है तेरी यादें मेरे ज़ेहन में अक्सर...
तुझे न सही तेरी यादों को बड़ी मोहब्बत है मुझसे
~अज्ञात
◆चलो बाँट लेते हैं अपनी सज़ाएँ
न तुम याद आओ न हम याद आएँ
~सरदार अंजुम
Miss you shayari | shayari for yaaden
◆दुनिया-ए-तसव्वुर हम आबाद नहीं करते
याद आते हो तुम ख़ुद ही हम याद नहीं करते
~फ़ना निज़ामी कानपुरी
【दुनिया-ए-तसव्वुर=दुनियाँ का ख्याल】
◆हम ख़ुदा के कभी क़ाइल ही न थे
उन को देखा तो ख़ुदा याद आया
~अज्ञात
【क़ाइल=समर्थक】
◆है दुआ याद मगर हर्फ़-ए-दुआ याद नहीं
मेरे नग़्मात को अंदाज़-ए-नवा याद नहीं
~साग़र सिद्दीक़ी
【हर्फ़-ए-दुआ=प्रार्थना में कही गयी बातें,अंदाज़-ए-नवा=आवाज़ का ढंग】
◆सारी दुनिया के ख़यालात थे दिल में लेकिन
जब से है याद तिरी कुछ भी नहीं याद मुझे
~जलील मानिकपूरी
◆मरज़-ए-इश्क़ जिसे हो उसे क्या याद रहे
न दवा याद रहे और न दुआ याद रहे
~शेख़ इब्राहीम ज़ौक़
◆दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद
अब मुझ को नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा याद
~जिगर मुरादाबादी
◆कुछ ऐसा हो कि तस्वीरों में जल जाए तसव्वुर भी
मोहब्बत याद आएगी तो शिकवे याद आएँगे
~सरदार सलीम
Best shayari on yaad
◆एक मुद्दत से न क़ासिद है न ख़त है न पयाम
अपने वा'दे को तू कर याद मुझे याद न कर
~जलाल मानकपुरी
【क़ासिद=डाकियाpostman,पयाम=सन्देश】
◆कहानी अपनी अपनी अहल-ए-महफ़िल जब सुनाते हैं
मुझे भी याद इक भूला हुआ अफ़्साना आता है
~अम्न लख़नवी
【अहल-ए-महफ़िल=दुनियाँ की भीड़ में】
◆सरहदें तोड़कर आ जाती है .. किसी पंक्षी की तरह!
ये जो तेरी यादें हैं बंटती नहीं मुल्कों की तरह
~ अज्ञात
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यादें याद आती हैं
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